देहरादून: एक्सप्रेसवे बनने के लिए आपको ज्यादा इंतजार करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। क्योंकि इस शानदार और हरियाली से भरे एक्सप्रेस-वे का काम साल 2024 तक पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद आपका उत्तराखंड का 7 घंटे का सफर महज 2 से ढाई घंटे में पूरा हो सकेगा। अगर आप भी उत्तराखंड घूमने के शौकीन हैं और आपको रोड ट्रिप्स ज्यादा पसंद आती हैं तो ये खबर आपके काम की है। आपको बता दें, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से चल रहा है। एक्सप्रेस-वे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर शास्त्री पार्क, खजूरी, बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर होते हुए डायरेक्ट देहरादून तक जाएगा। एक्सप्रेसवे बनने के लिए आपको ज्यादा इंतजार करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। क्योंकि इस शानदार और हरियाली से भरे एक्सप्रेस-वे का काम साल 2024 तक पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद आपका उत्तराखंड का 7 घंटे का सफर महज 2 से ढाई घंटे में पूरा हो सकेगा।
जब कभी किसी शहर के बीच हाईवे तैयार होता है, तो न केवल उन दो शहरों के बीच की दूरी कम होती है, बल्कि वहां इंडस्ट्रियल और इकोनॉमिकल गति को भी रफ्तार मिलती है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस भी न केवल राजधानी दिल्ली और देहरादून की दूरी को कम करेगा, बल्कि दोनों राज्यों के व्यापार और इकोनॉमी को भी रफ्तार देगा। एक्सप्रेसवे 210 किमी का है। इसको बनाने के लिए 1300 करोड़ का खर्च आवंटित किया है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस की क्या है खासियत
दिल्ली-देहरादून के बीच बनने वाला ये एक्सप्रेस वे कई मायनों में खास है। एक्सप्रेसवे दिल्ली से देहरादून के बीच की 210 किमी की दूरी को महज ढ़ाई घंटे में पूरा कर सकेंगे। यानी दिल्ली से देहरादून जाने में जहां आपको अभी 6 से 7 घंटे का समय लगता है, इस एक्सप्रेस बनने के बाद ये टाइम कम होकर ढ़ाई घंटे जाएगा। एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, बागपत, बैरूत, शामली, सहारनपुर को जोड़ते हुए देहरादून तक जाएगा। एक्सप्रेस सहारनपुर-रुड़की-हरिद्वार एक्सप्रेसवे और अंबाला-शामली एक्सवप्रेस को भी कनेक्ट करेगा।
वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर वाला शानदार एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस की सबसे खास बात उसका 12 किमी का एलिवेटेड कोरिडोर है। जानकारी के मुताबिक, इस एक्सप्रेस पर गाड़ियां 100 से 120 किमी की रफ्तार से फर्राटा भर सकेंगी। इस एक्सप्रेस वे पर 7 इंटरचेंज और 60 अंडरपास होंगे। यहां निगरानी के लिए CCTV कैमरे भी लगाए जाएंगे। बाय रोड ट्रेवल करने वाले लोगों की सुविधाओं के लिए हर 25 से 30 किमी पर टॉयलेट और रिफ्रेशमेंट के लिए सुविधाएं हैं। अगर हम बात करें एक्सप्रेसवे के अट्रैक्शन की तो वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर इसका सबसे बड़ा आकर्षण हैं। इस कॉरिडोर का मकसद जंगली जानवर को सुरक्षित रखना है।
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