सरकारी सिस्टम में लटकी SDO की तबादला सूची, डिवीजन में दोहरा चार्ज संभाल रहे अफ़सर

देहरादून: उत्तराखंड में जंगलों की जिम्मेदारी कई जगह दोहरे चार्ज पर चल रही है. यहां डिवीजन से लेकर सर्किल तक में एक ही अधिकारी दोहरे चार्ज का बोझ लिए हुए है. यह स्थिति तब है, जब सरकारी सिस्टम में SDO (Sub Divisional Officer) स्तर के अफसरों की तबादला सूची विचाराधीन है और इस सूची के जारी होने के बाद डिवीजन स्तर पर प्रभारी DFO बनाकर दोहरे चार्ज के बोझ को कम किया जा सकता है.

राज्य में ऐसे कई डिवीजन है, जिन्हें स्थाई DFO नहीं मिल पा रहा है. यही नहीं कुछ सर्किल ऐसे भी हैं, जिन्हें फुल फ्लैश अधिकारी की जरूरत है. खास बात यह है कि स्थाई तैनाती को लेकर यह समस्या वन विभाग में कोई नई नहीं है. बावजूद इसके अब तक इसके लिए कोई समाधान वन मंत्रालय नहीं निकाल पाया है.

बड़ी बात यह है कि हाल ही में IFS अधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर सिविल सर्विस बोर्ड की बैठक हुई थी और इसी आधार पर नई जिम्मेदारियां भी बांटी गई थी. फिर भी स्थाई तैनाती की समस्या को दूर नहीं किया जा सका.

उत्तराखंड वन विभाग में एक अधिकारी ऐसे भी हैं, जो हाल ही में प्रतिनियुक्ति से वापस आए हैं और उन्हें अब तक कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी जा सकी है. साल 2010 बैच के आईएफएस अधिकारी चंद्रशेखर सनवाल हाल ही में राज्य में वापस लौटे हैं, लेकिन उन्हें अभी क्या जिम्मेदारी दी जाए इस पर निर्णय नहीं हो पाया है.

इसके अलावा यमुना सर्कल में प्रभारी वन संरक्षक के रूप में कल्याणी को जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन उन्हें दोहरी जिम्मेदारी के रूप में शासन में अपर सचिव भी बनाया गया है. हालांकि प्रभारी वन संरक्षक के रूप में इसके अलावा चंद्रशेखर जोशी को भी तैनाती दी गई है.

खास बात यह है कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक साकेत बडोला बेहद अहम जिम्मेदारी पर होने के बावजूद उन्हें भी दोहरा चार्ज देते हुए वेस्टर्न सर्कल में वन संरक्षक की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा डिवीजन की बात करें तो टौंस की जिम्मेदारी संभाल रहे डीपी बलूनी को उत्तरकाशी की भी जिम्मेदारी दी गई है.

  • उधर बदरीनाथ डिवीजन के साथ केदारनाथ डिवीजन में सर्वेश दुबे DFO का चार्ज संभाल रहे हैं.
  • देहरादून DFO नीरज शर्मा, कालसीडिवीजन खाली होने के कारण उसका भी अतिरिक्त चार्ज संभाले हुए हैं. रानीखेत और नैनीताल में सिविल सोयम डिविजन में हेमचंद गहतोड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
  • इसी तरह अल्मोड़ा डीएफओ दीपक सिंह सिविल सोयम अल्मोड़ा की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं.
  • उधर DFO रामनगर ध्रुव सिंह मार्तोलिया ही सिविल सोयम रामनगर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.

प्रमुख वन संरक्षक हॉफ समीर सिन्हा ने बताया कि विभाग में अधिकारियों की कमी है, इसीलिए जो व्यवस्था बेहतर हो सकती है, उसी के अनुसार काम किया जाता है. फिलहाल जिन जगहों पर प्रभारी व्यवस्था के तहत स्थाई तैनाती दी जा सकती है उसके लिए भी प्रयास किया जा रहे हैं.