टिहरी गढ़वाल: उत्तराखंड में अब टिहरी समेत पांच जलाशयों में सी प्लेन उतारने की तैयारी है। इसके लिए इन स्थानों का अध्ययन कर लिया गया है। अब यहां सी प्लेन संचालन के लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (यूकाडा) को केंद्र सरकार द्वारा सागरमाला परियोजना के अंतर्गत बनाई गई एसपीवी (विशेष साधन योजना) के साथ करार करना है। उत्तराखंड पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा। यहां की झीलों और नदियों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। टिहरी झील पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन कर उभरी है। अब सरकार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए टिहरी समेत पांच जलाशयों में सी-प्लेन उतारने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। जिन जगहों पर सी-प्लेन उतारे जाएंगे, वहां का अध्ययन कर लिया गया है।
उत्तराखंड की ओर से 5 जगहों पर सी-प्लेन उतारने की संभावना का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया था। जिनमें ऊधमसिंहनगर का हरिपुरा जलाशय, ऋषिकेश बैराज, टिहरी झील, नानकमत्ता बैराज और कालागढ़ झील को शामिल किया गया है। केंद्र ने इन स्थानों पर सी-प्लेन के संचालन के संबंध में अध्ययन करने को कहा था। इन सभी स्थानों को सी प्लेन के लिए उपयुक्त पाया गया है। इसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र को भेज भी दी गई है। अब इसके लिए केंद्र द्वारा गठित एसपीवी से करार किया जाना है। यह एक विशेष प्रकार का हवाई जहाज है। जिसे उड़ान भरने के लिए रनवे की जरूरत नहीं पड़ती। यह प्लेन पानी से टेकऑफ और लैंडिंग कर सकता है इस प्लेन का उपयोग पर्यटन गतिविधियों के अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान किया जाता है।
यह भी पढ़े: CBSE Term 1 Result 2022: 12वीं का रिजल्ट 10 मार्च तक, कक्षा 10 का रिजल्ट जल्द cbse.gov.in पर