खटीमा में मनाया गया शेलाटांग विजय दिवस, पूर्व सैनिकों ने शहीदों को किया याद

खटीमा: थ्री बटालियन पैराशूट रेजीमेंट स्पेशल फोर्स के पूर्व सैनिकों ने खटीमा में शेलाटांग विजय दिवस मनाया. इस दौरान पूर्व सैनिकों ने वॉर मेमोरियल पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. शेलाटांग विजय दिवस के मौके पर पूर्व सैनिकों से पुराने दिनों को याद करते हुए अपने अनुभव शेयर किये. आजाद भारत की पाकिस्तान के विरुद्ध पहली सैन्य कार्यवाही थी.

थ्री बटालियन पैराशूट रेजीमेंट स्पेशल फोर्स के पूर्व सैनिकों ने खटीमा में संगठन के अध्यक्ष सूबेदार मेजर आॕनरेरी कैप्टन हिम्मत नाथ सिंह की अध्यक्षता में शेलाटांग युद्ध विजय दिवस को हर्षोल्लास पूर्वक मनाया. इस अवसर पर पूर्व सैनिकों ने शेलाटांग विजय युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों के वार मेमोरियल पर पुष्प चक्र अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि दी. पूर्व सैनिकों ने शहीद जांबाज सैनिकों के अदम्य साहस, अनुपम शौर्य, सर्वोच्च बलिदान, और त्याग को याद करते हुए उन्हें नमन किया.

कार्यक्रम में वरिष्ठ पूर्व सैनिकों को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया तथा उनकी हौंसला अफजाई की गई. कार्यक्रम में शहीद सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों के परिजनों ने भी उत्साह के साथ प्रतिभाग किया. विजय दिवस के अवसर पर खटीमा के साथ ही चंपावत, बनबसा, टनकपुर, नानकमत्ता, हल्द्वानी तथा सितारगंज आदि क्षेत्रों से आए तमाम पूर्व सैनिकों ने शिरकत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई.

बता दें पलटन ने 7 नवंबर 1947 को पाकिस्तानी कबाली आक्रमणकारियों का सामना करते हुए अपने वीरता और रण कौशल से दुश्मनों को लगभग 500 लाशें छोड़कर भागने के लिए मजबूर कर दिया था. दुश्मन के दुस्साहस को तोड़कर बटालियन में विजय का एक स्वर्णिम इतिहास लिखा था. शेलाटांग की यह विजय भारतीय सेना के इतिहास में यूनिट के नाम अमर हो गई. इस मौके पर कई पूर्व सैनिकों ने थ्री पैरा स्पेशल फोर्स के इतिहास पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला.