श्रीनगर गढ़वाल: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लिव इन रिलेशनशिप के लिए समान नागरिक संहिता (यूसीसी) में किए गए प्रविधान पर विचार की आवश्यकता बताई है। उनका कहना है कि यूसीसी में लिव इन रिलेशनशिप के लिए पंजीकरण को लेकर बातचीत का लंबा दौर चलेगा। इसमें अच्छाई है तो बुराई भी।
उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराएं थोड़ी अलग हैं, ऐसे में लिव इन रिलेशनशिप पर विचार किया जाना चाहिए। रविवार को भाजपा मंडल कार्यालय पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व सांसद तीरथ सिंह रावत पत्रकारों से रूबरू थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में विकास कार्य हो रहे हैं, जो भारत को वर्ष 2047 तक स्वर्णिम युग की ओर ले जाएंगे।कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के हर गांव तक शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में भारत को फिर सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाएगा।यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की बदरीनाथ-केदारनाथ के प्रति आस्था के साथ ही राज्य के विकास के प्रति गहरी प्रतिबद्धता है। इस कड़ी में उन्होंने उत्तराखंड के लिए केंद्र सरकार की विशेष योजनाओं का उल्लेख करते हुए ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का उदाहरण दिया।