देहरादून: उदयन केयर दिल्ली स्थित एक पंजीकृत ट्रस्ट है जो अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग 25 वर्षों से भी अधिक समय से काम कर रहा है। यह संस्था बालिकाओं की शिक्षा के क्षेत्र में विशेष रूप से कार्य कर रही है। आज दिनांक 15 मार्च, 2024 को उदयन केयर सामाजिक संस्था द्वारा उदयन शालिनी फैलोशिप, देहरादून चैप्टर के अंतर्गत महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सशक्तिकरण विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में उदयन शालिनी फैलोशिप के अंतर्गत लाभान्वित छात्राओं एवं उनकी माताओं ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपनिदेशक, होम्योपैथी विभाग, उत्तराखंड डॉक्टर पमिता उनियाल, उपायुक्त जीएसटी विभाग मनीषा सैनी, राजकीय इंटर कॉलेज रौतू की बेली की रसायन शास्त्र की प्रवक्ता उमा कांडपाल, वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता कुंवर राज अस्थाना, रावत आईएएस अकादमी के निदेशक डॉक्टर जी.एस. रावत, मसूरी निवासी समाजसेवी एवं महिला सरोकारों से जुड़ी कमल शर्मा, शिक्षाविद् हिमांशु शर्मा आदि ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार रखते हुए कार्यक्रम में शामिल छात्राओं को भविष्य में उन्नति के लिए मार्गदर्शन दिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में डाॅ. पमिता उनियाल ने कहा कि हर महिला में कई गुण होते हैं और यह हर महिला पर निर्भर करता है कि वे किस प्रकार इन गुणों के आधार पर निखर कर आगे बढ़ती हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में हर महिला को मौके मिलते हैं पर सही समय, सही तरीके और सही सोच की मदद से ही वे एक बड़े लक्ष्य को प्राप्त कर सकती हैं। कर उपायुक्त मनीषा सैनी ने अपने संबोधन में छात्राओं को करियर ग्रोथ के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद मेहनत और दृढ़ लगन से वे अपनी मंजिल पा सकती हैं। शिक्षिका उमा कांडपाल ने कहा कि महिलाएं जन्म और प्राकृतिक रूप से ही सशक्त हैं पर वे अपनी शिक्षा, आत्मविश्वास और जागरूकता के अभाव में कमजोर नजर आती हैं। उन्होंने छात्राओं को शिक्षा के द्वारा जागरूक और आत्मविश्वासी होकर सशक्त बनने पर बल दिया।
कुंवर राज अस्थान ने राज्य में छात्राओं के लिए उत्कृष्ट कार्य करने पर उदयन केयर संस्था को धन्यवाद देते हुए छात्रों से कहा कि उन्हें अपनी जिज्ञासा और कल्पनाशीलता को और अधिक बढ़ाना होगा तथा उनके आधार पर अपने सपनों को साकार करने का प्रयास करना होगा। डॉक्टर जी. एस. रावत ने अपने संबोधन में उपयुक्त मार्गदर्शन एवं सलाह के आधार पर छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। कमल शर्मा ने कहा कि आज के चुनौतीपूर्ण दौर में यदि महिलाओं को मान सम्मान के साथ जीवन में आगे बढ़ना है तो प्रत्येक बालिका एवं स्त्री का शिक्षित और जागरूक होना आवश्यक है। हिमांशु शर्मा ने छात्राओं से आज के दौर में तकनीकी का समझदारी से प्रयोग करने की अपेक्षा की तथा कहा कि उन्हें अपनी रोजमर्रा की बाधाओं को खुले मन से समझते हुए आगे बढ़ना होगा। कार्यक्रम में उदयन फैलोशिप की छात्राओं ने संस्था के सहयोग से अपने विकास के अनुभव साझा किये तथा साथ ही महिला सशक्तिकरण से संबंधित विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी। इस दौरान छात्राओं ने अपनी माताओं को पुष्प देकर सम्मान करते हुए उनके प्रति अपने विचारों को कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया।
उदयन शालिनी के देहरादून चैप्टर के संयोजक विमल डबराल ने बताया कि उदयन शालिनी फैलोशिप के अंतर्गत समाज की आर्थिक रुप से कमजोर किंतु शैक्षिक रुप से होनहार छात्राओं को भविष्य में शैक्षिक सहयोग हेतु कक्षा ग्यारह से प्रारंभ कर दो से छह वर्षों तक प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान करने के साथ ही उनके व्यक्तित्व विकास एवं कैरियर ग्रोथ की योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। इसके लिए सरकारी एवं सहायता प्राप्त स्कूलों में ग्यारहवीं में पढ़ने वाली छात्राओं का लिखित परीक्षा, इंटरव्यू, होम विजिट आदि के बाद छात्रवृत्ति हेतु चयन किया जाता है। कार्यक्रम में उदयन केयर की कोआर्डिनेटर वरूणा तथा फरहा के साथ ही स्वाति कांबोज, सलोनी राणा, काजल, सबा, नंदिनी, अनुष्का आदि छात्राओं एवं उनकी माताओं सहित लगभग सौ प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।