प्रबंध निदेशक यूजेवीएन लिमिटेड ने जताया मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव ऊर्जा का आभार।
डॉ. सिंघल ने कहा कि त्यूणी प्लासु परियोजना के निर्माण की दिशा में यह महत्वपूर्ण उपलब्धि माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूरदर्शी नेतृत्व, उत्तराखंड शासन के मुख्य सचिव एवं यूजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष आनंद बर्धन तथा प्रमुख सचिव ऊर्जा डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम के मार्गदर्शन एवं समर्थन से ही संभव हो पाई है।
देहरादून: यूजेवीएन लिमिटेड की त्यूणी–प्लासु जल विद्युत परियोजना को उत्तराखंड के राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण (State Environment Impact Assessment Authority) द्वारा पर्यावरणीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने बताया कि देहरादून जिले में हिमाचल प्रदेश की सीमा पर टोंस नदी पर यह महत्वपूर्ण योजना प्रस्तावित है। 72 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना के पूर्ण होने पर इससे प्रतिवर्ष लगभग 298 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन संभावित है।
डॉ. संदीप सिंघल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि परियोजना के अंतर्गत कुल 54.636 हेक्टेयर भूमि का उपयोग होगा जिसमें से लगभग 47.547 हेक्टेयर वन भूमि तथा 7.089 हेक्टेयर निजी भूमि सम्मिलित है। परियोजना से प्रभावित 43 परिवारों के पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन हेतु भूमि अधिग्रहण तथा पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 के प्रावधानों के अंतर्गत प्रभावितों हेतु सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। डॉ. सिंघल ने बताया कि परियोजना से 1 प्रतिशत विद्युत स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (Local Area Development Fund) के लिए उपलब्ध कराई जाएगी जिससे परियोजना प्रभावित क्षेत्र के चहुंमुखी विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। परियोजना के निर्माण के दौरान राज्य में लगभग 800 से 1000 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने बताया कि राज्य पर्यावरण प्रभाव आकलन प्राधिकरण द्वारा यह स्वीकृति पर्यावरण प्रबंधन योजना एवं मानक शर्तों के अनुपालन के आधार पर प्रदान की गई है। परियोजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही आर्थिक विकास भी होगा।