देहरादून: उत्तराखंड में 14 फरवरी को आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला है, जब इस पहाड़ी राज्य में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Election 2022) होने हैं। उत्तराखंड की 70 सीटों के लिए एक ही चरण में विधानसभा चुनाव होंगे और नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
भारत के चुनाव आयोग द्वारा 8 जनवरी, 2022 को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। यह इस प्रकार था:
नामांकन की तिथि – 21 जनवरी
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि – 28 जनवरी
नामांकन पत्रों की जांच की तिथि- 29 जनवरी
उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि – 31 जनवरी
मतदान की तिथि – 14 फरवरी
मतगणना की तिथि- 10 मार्च
मतदाता सूची के अनुसार राज्य में कुल 82,38,187 पात्र मतदाता हैं। इनमें से 81,43,922 सामान्य मतदाता हैं जबकि शेष 94,265 सेवा मतदाता हैं।
उत्तराखंड राज्य विधानसभा के लिए होने वाले आगामी चुनावों के लिए कुल 632 उम्मीदवार मैदान में हैं।
2017 में वापस राज्य भर में 10,854 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था। हालांकि इस बार 11,647 मतदान केंद्रों पर 7.31 फीसदी मतदान होगा।
सुचारू मतदान(Uttarakhand Election 2022) प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने केंद्र सरकार से 115 कंपनी बलों का अनुरोध किया है। सीईओ की मांग राज्य में संवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों को देखते हुए की गई थी। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव आयोग ने राज्य में करीब 800 ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जहां ‘क्रिटिकल’ श्रेणी के अंतर्गत आने वाले बूथों में पिछले चुनाव के औसत से 15 फीसदी अधिक या 15 फीसदी कम मतदान हुआ था।इसी तरह करीब 1,200 बूथ ऐसे क्षेत्र में चिह्नित किए गए हैं जहां मतदाताओं के प्रभावित होने की संभावना है। इन बूथों को ‘कमजोर’ की श्रेणी में रखा गया है।
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