लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) का अब सदन में कड़ा इम्तिहान होगा। उन्हें विधानसभा (UP Assembly) के भीतर नेता प्रतिपक्ष (Leader Of Opposition) के रूप में अपनी सियासी योग्यता की परीक्षा देनी होगी। सत्र में अखिलेश यादव का सामना नेता सदन यानी मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi Adityanath) से होगा। अखिलेश को साबित करना होगा कि उन्होंने यूपी में सियासत करने का जो निर्णय लिया है, वो सही है, और वह नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में प्रदेश सरकार की बातों का माकूल जवाब देने और सरकार को घेरने में सक्षम हैं। अब तक मुलायम सिंह यादव की विरासत को संभाल रहे अखिलेश यादव को अगले पांच वर्षों तक नेता प्रतिपक्ष के रूप में खुद को साबित करना होगा।
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