दिल्ली: दुनिया भर के देशो के लिए यह साल काफी मुश्किलों भरा रहा है। इस मुश्किल दौर से भारत भी गुज़ारा है लेकिन अब भारत इस कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए तैयार है। भारत में कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) के लिए अब लंबे समय तक इंतजार नहीं करना होगा। बुधवार को SEC की बैठक के अगले दिन गुरुवार को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के डॉक्टर वीजी सोमानी ने वैक्सीन से जुड़ा अहम बयान दिया है।
जानकारी के अनुसार, सरकार ने पहले ही लगभग 83 करोड़ सीरिंज की खरीद के आदेश दे दिए हैं। इसके अतिरिक्त, लगभग 35 करोड़ सीरिंज के लिए निविदा भी आमंत्रित की गई हैं। इन्हें कोविड टीकाकरण के लिए उपयोग किया जाएगा। वहीं केंद्र सरकार ने कहा है कि देश के सभी राज्यों में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन 2 जनवरी को होगा।
अभी तक देश के 4 राज्यों में ही ऐसा ड्राई रन किया गया था। जिसमें बाद पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में किया गया था। तब इन चारों राज्यों में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए थे, जिसके बाद अब सरकार ने पूरे देश में इस ड्राई रन को लागू करने का फैसला किया है।
क्या है ड्राई रन का मतलब:
ड्राई रन का मतलब ये है कि पूरे वैक्सीनेशन प्रोसेस की मॉक ड्र्रिल होगी। यानी सबकुछ वैसा ही होगा जैसा टीकाकरण अभियान में होने वाला है, सिवाय वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के मतलब ये कि डमी वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज से निकलकर वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचेगी। साइट्स पर क्राउड मैनेजमेंट को भी टेस्ट किया जाएगा। वैक्सीन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी परखा जाएग।
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, ड्राई रन में राज्यों को अपने दो शहरों को चिन्हित करना होगा इन दो शहरों में वैक्सीन के शहर में पहुंचने, अस्पताल तक जाने, लोगों को बुलाने, फिर डोज देने की पूरी प्रक्रिया का पालन इस तरह किया जाएगा, जैसे वैक्सीनेशन हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा टीकाकरण के बाद दवाई भी, कड़ाई भी:
जहां एक तरफ देश को कोरोना वैक्सीन (corona virus vaccine) का इंतज़ार है वही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी संकेत दिए कि जल्द ही टीका आ सकता है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 का टीका आने के बाद भी लोग लापरवाही ना बरतें।
वहीं दूसरी तरफ एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में कुछ ही दिनों में कोविड की वैक्सीन होगी। उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी खबर है कि एस्ट्राज़ेनेका को यूके के नियामक अधिकारियों द्वारा टीके के लिए मंजूरी मिल गई है।