Friday, April 25, 2025
Homeदेश/विदेशआतंकवाद मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बड़ा रूप, जीरो टॉलरेंस की नीति अपना...

आतंकवाद मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बड़ा रूप, जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है मोदी सरकार: अमित शाह

नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को नई दिल्ली के डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 13वें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा, “आतंकवाद दुनिया में मानवाधिकारों के उल्लंघन का सबसे बड़ा रूप है”। कार्यक्रम में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और निसिथ प्रमाणिक भी मौजूद थे।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है और भारत से इस खतरे को जड़ से खत्म करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग के खिलाफ दर्ज मामलों ने वहां आतंकवाद को रोकने में काफी मदद की।”
अमित शाह ने कहा, “जब भी आतंकवाद विरोधी अभियान होते हैं, कुछ मानवाधिकार समूह मानवाधिकारों का मुद्दा उठाते हैं लेकिन मैं हमेशा मानता हूं कि आतंकवाद मानवाधिकारों के उल्लंघन का सबसे बड़ा कारण है। मानवाधिकारों की रक्षा के लिए आतंकवाद को जड़ से खत्म करना जरूरी है। गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और वहां आतंकवाद की लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन को बंद करने के लिए एनआईए की भी सराहना की। उन्होंने एजेंसी से विदेशों में आतंकी मामलों की जांच करने की भी वकालत की जहां भारतीयों को नुकसान पहुंचाया गया। “इसके गठन के बाद से, एनआईए ने 400 मामले दर्ज किए, जबकि 93.25 प्रतिशत की सजा दर के साथ 349 मामलों में चार्जशीट दायर की गई। हमने एनआईए और यूएपीए अधिनियमों को मजबूत किया है और एजेंसी को विदेशों में आतंक के मामलों की जांच करने का अधिकार दिया है जहां भारतीय नुकसान पहुँचाया गया।

 

यह भी पढ़े: https://‘सत्य और अहिंसा के सिद्धांत’: ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन ने गांधी आश्रम में लिखा संदेश

RELATED ARTICLES
- Advertisement -spot_imgspot_img
- Download App -spot_img

Most Popular