Saturday, December 2, 2023
spot_imgspot_img
spot_imgspot_img
spot_imgspot_img
spot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशप्रवासी मजदूरों पर सियासत गर्म: योगी सरकार ने प्रियंका के प्रस्ताव को...

प्रवासी मजदूरों पर सियासत गर्म: योगी सरकार ने प्रियंका के प्रस्ताव को किया स्वीकार

लखनऊ: जहां एक तरफ इस समय पूरा देश कोरोना वायरस के संक्रमण (COVID-19) से लड़ रहा है। वही केंद्र सरकार ने लॉकडाउन (Lock down) 4.0 की घोषणा करते हुए उसे 31 मई तक बढ़ा दिया है। ऐसे में प्रवासी मजदूरों (Migrant Laborers) की आवाजाही को लेकर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने प्रवासी मजदूरों, कामगारों की समस्या पर कांग्रेस को घेरते हुए आरोप लगाया है कि वह ओछी राजनीति कर रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि कांग्रेस से 1000 बसों की सूची मांगी गई है लेकिन अभी तक कोई सूची कांग्रेस ने उपलब्ध नहीं कराई है।

आपको बता दे आज अपर मुख्य सचिव गृह, गोपन अवनीश अवस्थी ने प्रियंका गांधी के निजी सचिव को पत्र लिख कर कहा है कि 16 मई को सीएम योगी को संबोधित प्रियंका गांधी के पत्र के संबंध में आपसे ये कहना है कि प्रवासी मजदूरों के संदर्भ में आपके प्रस्ताव को स्वीकार किया जाता है। आप अविलंब 1000 बसों की सूची चालक/परिचालक का नाम व अन्य विवरण सहित उपलब्ध कराने का कष्ट करें, जिससे इनका उपयोग श्रमिकों की सेवा में किया जा सके।

उधर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि योगी सरकार ने कांग्रेस को बस चलाने की अनुमति नहीं दी है। सरकार ने कांग्रेस से बसों की लिस्ट मांगी है और कांग्रेस जल्द ही सरकार को बसों की सूची सौंपेगी। सरकार से अनुमति मिलते ही कांग्रेस मजदूरों के लिए 1000 बसे चलाएगी। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी सरकार पूरी तरह से फेल हुई है। भूखे-प्यासे मजदूर आज भी पैदल चलने को मजबूर हैं और पुलिस-प्रशासन अपने घरों को जा रहे श्रमिकों का उत्पीड़न कर रहा है।

प्रियंका ने ट्वीट कर लगाया आरोप

वहीं आज फिर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर योगी सरकार को घेरते हुए एक वीडियो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया है, “प्रवासी मजदूरों की भारी संख्या घर जाने के लिए गाजियाबाद के रामलीला मैदान में जुटी है। यूपी सरकार से कोई व्यवस्था ढंग से नहीं हो पाती। यदि एक महीने पहले इसी व्यवस्था को सुचारू रूप से किया जाता तो श्रमिकों को इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। कल हमने 1000 बसों का सहयोग देने की बात की, बसों को उप्र बॉर्डर पर लाकर खड़ा किया तो यूपी सरकार को राजनीति सूझती रही और हमें परमिशन तक नहीं दी। विपदा के मारे लोगों को कोई सहूलियत देने के लिए सरकार न तो तैयार है और कोई मदद दे तो उससे इंकार है।”

आपको बता दें कि बीते शनिवार को औरैया में हुए भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत को लेकर यूपी में सियासत गर्माई हुई है। इस सड़क हादसे पर विपक्षी दलों के हमले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भी बयान जारी किया था। सीएम योगी ने विपक्षी कांग्रेस पार्टी के ऊपर निशाना साधते हुए कहा था कि कोरोना काल में भी कांग्रेस ओछी राजनीति कर रही है। उन्होंने कांग्रेस शासित राज्यों पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि औरैया में प्रवासी श्रमिकों की मौत के लिए जिम्मेदार एक ट्रक पंजाब से तथा दूसरा राजस्थान से आया था। सीएम योगी ने औरैया हादसे के एक दिन बाद कई ट्वीट कर प्रवासी मजदूरों की आवाजाही को लेकर यूपी सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘कोरोना संकट में अगर कोई संस्था अथवा दल सहयोग देने में रुचि लेना चाहता है तथा प्रदेश सरकार को सूची (प्रवासी श्रमिकों एवं साधनों की) भेजी जाएंगी तो उन्हें अवश्य अनुमति मिलेगी, उसका स्वागत भी होगा।

Download Android App

RELATED ARTICLES

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 से सम्बंधित वीडियो एड

Most Popular