देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) की शुरुआत 26 अप्रैल को होगी। इसके साथ ही 26 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम (Chardham Yatra) यात्रा की शुरुआत हो जाएगी। फिर 29 अप्रैल को बाबा केदारनाथ और 30 अप्रैल को भगवान बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे। इन चारधामों के कपाट खुलने के साथ साल 2020 में अगले 6 महीने तक यात्रा चलती रहेगी। कोरोना वायरस (Corona Virus) के चलते दुनिया में हजारों लोग अपनी जान गवा चुके है और यही वजह है कि हर बार की तरह इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ चारधाम (Chardham Yatra) यात्रा में नहीं उमड़ेगी।
धार्मिक आयोजनों पर है पाबंदी
उत्तराखंड सहित देश के अन्य राज्यों में लॉकडाउन (Lock down) का दूसरा फेज 3 मई तक चलेगा। ऐसे में साफ है कि किसी भी बड़े आयोजन में श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं उमड़ सकती। चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) की इस बार नियत तिथि पर शुरुआत तो होगी लेकिन लॉक डाउन के चलते श्रद्धालु इस बार शुरुआत में चारधाम (Chardham Yatra) नहीं पहुंच पाएंगे। भारत में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री ने सभी धार्मिक आयोजन पर रोक लगा रखी है, ऐसे में मौजूदा हालात को देखते हुए इस बात की उम्मीद बेहद कम है कि राज्यों की सीमाएं जल्द खुलें।
साल 2019 में 32 लाख श्रद्धालुओं ने की थी यात्रा
उत्तराखंड में साल 2019 की बात करें तो करीब 32 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम (Chardham Yatra) के दर्शन किए। इस बार इस संख्या में भारी गिरावट देखी जा सकती है। श्रद्धालुओं की संख्या में कमी का सीधा नुकसान तीर्थ-पुरोहितों और स्थानीय लोगों पर होगा, जिनकी आजीविका का साधन सिर्फ चारधाम यात्रा है। उत्तराखंड में 2013 में आई केदारनाथ आपदा के 6 साल बाद अब हालात सामान्य होने लगे थे, लेकिन कोरोना वायरस में फिर बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। कोरोना के चलते उम्मीद काम ही है की यात्रा आम जान के लिए खोली जायेगीं ।
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