देहरादून: कोरोना के बीच लगातार ड्यूटी दे रहे उत्तराखंड पुलिस कर्मियों के लिए अच्छी खबर है।
इस समय कोरोना संक्रमण से उत्तराखंड बुरी तरह घिरा हुआ है। ऐसे में अगर सबसे अधिक किसी की जान को खतरा है तो वो उत्तराखंड की पुलिस है। क्योंकि उत्तराखंड की सड़कों पर केवल पुलिसकर्मी ही ड्यूटी करते नजर आ रहे हैं। ऐसे हालात में तो पर्याप्त संसाधन न होने के बावजूद न जाने कितने ही पुलिसकर्मी ऐसे होंगे जो लोगों की सुरक्षा और ड्यूटी करने के बीच में अपनी सुरक्षा का ख्याल लगभग भूल ही गए हैं। साथ ही उनके ड्यूटी के बाद घर में वापस जाने से उनके परिवार के सदस्यों के बीच भी यह संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। उनके ऊपर काफी दबाव है। जिसके कारण उनकी ड्यूटी का समय निर्धारित नहीं है और उनको कई-कई घण्टे ड्यूटी करनी पड़ती है। इसी समस्या को देखते हुए हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी (DIG Arun Mohan Joshi) ने एक बड़ा निर्णय लिया है। पुलिस के जवान अब एक दिन में हाइवे पर 5 घंटे से ज्यादा की ड्यूटी नहीं करेंगे। बढ़ती गर्मी और दिन के उजाले से पुलिस कर्मियों की सुरक्षा के लिए डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने यह विकल्प चुना है। एक-दो दिन के अंदर एकदम नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। पुलिस का दायित्व इस समय बढ़ गया है, क्योंकि लॉकडाउन लागू किया गया था। दूसरा, एक संक्रमण के खतरे को देखते हुए, वह अपने घर से अतिरिक्त रूप से दूरी बनाए हुए है।
इस क्रम में, पुलिस उप महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी (DIG Arun Mohan Joshi) ने एसपी क्राइम लोकजीत सिंह को निर्देश दिया कि वे पुलिस के दायित्व शेड्यूल में बदलाव कर दिन के दायित्व को वापस लें। अरुण मोहन जोशी ने कहा की बढ़ती गर्मी के कारण, राजमार्ग पर पुलिस पिकेट पर 5 घंटे से अधिक की बाध्यता नहीं होनी चाहिए। ताकि उन्हें अक्सर दिन के उजाले से बचा लिया जाए। डीआईजी का कहना है कि पुलिस कर्मियों की सुरक्षा एक मिसाल हो सकती है।
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