बीजिंग: क्वाड (QUAD) की बैठक से ठीक पहले एक बार फिर चीन (China) ने अपनी पुरानी चाल चलते हुए भारत (India) को उकसाने की कोशिश की है। भारत के विरोध के बाजवूद चीन की संसद ने ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River) पर बांध बनाने की योजना को मंजूरी दी है। चीन अरुणाचल प्रदेश से सटे तिब्बत के इलाके में ब्रह्मपुत्र नदी पर हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट बनाने की तैयार कर रहा है। पिछले कई महीनों से पूर्वी लद्दाख में जिस तरह से भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई हैं। उसके बाद ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाने की तैयारी दोनों देशों के रिश्तों को और कमजोर कर सकती है । चीन अगर ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध बनाता है तो उस पर पूरी तरह से उसका नियंत्रण हो जाएगा। चीन में ब्रह्मपुत्र नदी को यारलंग जैंगबो नदी कहा जाता है। ये नहीं तिब्बत के इलाके के काफी नजदीक से होकर गुजरती है। अरुणाचल प्रदेश में इस नदी को सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र नदी के नाम से जाना जाता है।
हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के नाम पर चीन इस नदी पर जो बांध बनाएगा उससे नदी पर पूरी तरह चीन का नियंत्रण हो जाएगा। चीन ने पहले ही कहा था कि वह ब्रह्मपुत्र नदी पर जिस तरह का हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट तैयार करने की तैयारी कर रहा है वह दुनिया के सबसे बड़े बांधों में से एक होगा।
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