देहरादून: 2022 के उत्तराखंड (uttarakhand) विधानसभा चुनावों में ज्यादा वक्त नहीं बचा है और इससे पहले बीजेपी उत्तराखंड में कोई गलती नहीं करना चाहती है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की विदाई के बाद जैसे ही प्रदेश की बागडोर तीरथ सिंह रावत के हाथ में आई तो मंत्रिमंडल में फेरबदल की कयास तेज होने लगे और आज उसी क्रम में मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह फेरबदल बहुत बड़ा होने की संभावना नहीं है । उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मंत्रिमंडल में तीन मंत्री पद अंतिम समय तक खाली रहे। डेढ़ साल पहले वित्त मंत्री प्रकाश पंत के निधन से खाली पद को भी नहीं भरा गया। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंसीधर भगत को भी बदलने की तैयारी में है।
बंसीधर भगत को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर कैबिनेट मंत्री का पद मिल सकता है और हरिद्वार से विधायक मदन कौशिक को मंत्री पद से हटाकर प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। आपको बता दें कि त्रिवेंद्र सरकार में शामिल नौ मंत्रियों में पांच मंत्री पद कांग्रेस से आए नेताओं को दिए गए थे। बदले राजनीतिक समीकरणों के बीच अब ये चर्चाएं जोरों पर हैं कि कांग्रेस से आए कुछ नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। वहीं दूसरी तरफ ये संकेत भी मिल रहे हैं कि जिन सीनियर नेताओं को त्रिवेंद्र सरकार में तरजीह नहीं मिली थी, उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
तीरथ सिंह रावत के मंत्रिमंडल में इनको मिल सकती है जगह:
ऐसे नेताओं में डीडीहाट विधानसभा से लगातार 5 बार विधायक रहे पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल का नाम सबसे आगे है। इसके साथ बंसीधर भगत को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर कैबिनेट मंत्री का पद मिल सकता है। साथ ही बागेश्वर के विधायक चंदन राम दास, बलबंत भोर्याल और चंद्रा पंत को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावनाएं हैं।