दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को 2 करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपने जा रहे थे ।नए कृषि कानूनों की वापसी को लेकर किसानों के आंदोलन (Kisan Andolan) का आज 29वां दिन है। केन्द्र सरकार की तरफ से दिए गए संशोधन के प्रस्ताव को किसान संगठनों ने बुधवार को खारिज कर दिया। संयुक्त किसान मोर्चा ने फैसले के बाद सिंघु बॉर्डर पर कहा कि किसानों का फ़िलहाल सरकार से बैठक का मन नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को फिर से ठोस प्रस्ताव भेजे।
दिल्लीः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को 2 करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपने जा रहे थे। #farmlaws https://t.co/PUS2eB4c80 pic.twitter.com/2336ml5s9B
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2020
सरकार के साथ बातचीत के लिए किसानों की तरफ से कोई तारीख नहीं तय की गई है इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में वरिष्ठ नेता किसान आंदोलन के पक्ष में आज विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी को मार्च की इजाजत नहीं मिली. कांग्रेस दफ्तर के बाहर धारा 144 लागू है।
राष्ट्रपति से हमने कहा कि ये जो कानून बनाए गए हैं ये किसान विरोधी हैं और इनसे किसानों,मज़दूरों का नुकसान होने वाला है। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मज़दूर घर चले जाएंगे:राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधी pic.twitter.com/Bsabg5h3hh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 24, 2020
हालांकि,राष्ट्रपति से मुलाकात करने बाद राहुल गाँधी ने मीडिया से बात की उन्होंने बताया की राष्ट्रपति से हमने कहा कि ये जो कानून बनाए गए हैं ये किसान विरोधी हैं और इनसे किसानों,मज़दूरों का नुकसान होने वाला है। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मज़दूर घर चले जाएंगे।